बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे: समस्तीपुर से होकर पटना और दरभंगा की दूरी में कमी का नया अध्याय

परिचय

बिहार में विकास की नई राह खोलता हुआ पहला एक्सप्रेस-वे समस्तीपुर से होकर गुजर रहा है। इस सड़क परियोजना के पूरा होने से पटना और दरभंगा की दूरी में काफी कमी आएगी, साथ ही दोनों हवाई अड्डे भी एक ही रूट पर जुड़ जाएंगे। यह एक्सप्रेस-वे न केवल समस्तीपुर जिले के 26 गांवों से होकर गुजरेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

एक्सप्रेस-वे की प्रमुख विशेषताएँ

  • कनेक्टिविटी में सुधार:
    इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पटना और दरभंगा के बीच की दूरी कम हो जाएगी। दरभंगा हवाई अड्डे की दूरी भी घटकर मात्र 35 किलोमीटर रह जाएगी।
  • एक ही रूट पर हवाई अड्डे:
    पटना, दरभंगा और गया के हवाई अड्डे अब एक ही मार्ग पर होंगे, जिससे यात्रियों के लिए सफर करना और भी सुगम हो जाएगा।
  • क्षेत्रीय विकास:
    एक्सप्रेस-वे के माध्यम से न केवल समस्तीपुर जिले के 26 गांवों में बल्कि आसपास के जिलों जैसे वैशाली, गया, जहानाबाद और औरंगाबाद में भी विकास के नए अवसर उत्पन्न होंगे।

निर्माण की स्थिति और तकनीकी विवरण

  • निर्माण की प्रगति:
    यह एक्सप्रेस-वे वर्तमान में युद्ध स्तर पर निर्माण के दौर से गुजर रहा है। निर्माण कार्य बूढ़ी गंडक नदी पार करने के बाद कल्याणपुर प्रखंड के मुसेपुर गांव से शुरू होकर खरसर पूर्वी के पंचवटी चौक तक तेजी से चल रहा है।
  • प्रोजेक्ट की रूपरेखा:
    यह सड़क एनएच-119 डी के पैकेज-3 के तहत बन रही है, जो औरंगाबाद-दरभंगा मार्ग के अंतर्गत आती है। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत यह सड़क असम से गया और समस्तीपुर होते हुए 209 किलोमीटर तक फैली हुई है। परियोजना के चार पैकेज हैं, जिनमें तीसरे पैकेज में वैशाली से समस्तीपुर और चौथे पैकेज में समस्तीपुर से दरभंगा के बीच काम चल रहा है।
  • संपर्क और कनेक्टिविटी:
    समस्तीपुर शहर के लोगों को एक्सप्रेस-वे तक आसानी से पहुंचने के लिए ताजपुर रोड के छठे किलोमीटर पर लिंक रोड बनाया जा रहा है। इससे शहर के निवासियों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी और अक्सर ताजपुर रोड पर होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी।

सड़क निर्माण में तकनीकी सुधार

  • जल निकासी और ड्रेनेज सिस्टम:
    एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जल निकासी के लिए नाले और ड्रेनेज सिस्टम को भी दुरुस्त किया जा रहा है। पुलों और पुलियाओं का निर्माण तेजी से हो रहा है, जिससे सड़क की लंबी अवधि तक गुणवत्ता बनी रहेगी।
  • पुल निर्माण:
    तांती और बागमती नदी पर बन रहे पुलों का काम भी तेजी से जारी है, जो इस मार्ग की विश्वसनीयता और सुगमता में वृद्धि करेगा।

विशेषज्ञ की राय

डीडीसी संदीप शेखर प्रियदर्शी ने बताया कि,

  • NHAI इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही है और आवश्यक भूमि अधिग्रहण का काम भी पूरा हो चुका है।
  • इस सड़क के बन जाने से समस्तीपुर के लोगों को पटना और दरभंगा दोनों की दूरी कम करने में मदद मिलेगी, जिससे क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी।

निष्कर्ष

समस्तीपुर एक्सप्रेस-वे बिहार के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे न केवल पटना और दरभंगा की दूरी में कमी आएगी, बल्कि आसपास के जिलों में भी नए विकास के अवसर खुलेंगे।
यह सड़क परियोजना भारतमाला प्रोजेक्ट का एक अहम हिस्सा है, जो आने वाले समय में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और यातायात में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
जिलाधिकारी और संबंधित विभागों ने निर्माण कार्य पर विशेष ध्यान दिया है, ताकि परियोजना समय पर पूरी हो सके और आम जनता को लाभ पहुंचाया जा सके।

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