बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तेजी, हर बूथ पर रहेंगी अतिरिक्त EVM मशीनें
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। इस बार चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाने के लिए 25 प्रतिशत अतिरिक्त EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) रिजर्व में रखी जाएंगी, ताकि किसी भी तकनीकी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत बदली जा सके।
🔹 क्या-क्या रखा जाएगा रिजर्व में?
- 25% बैलेट यूनिट (BU)
- 25% कंट्रोल यूनिट (CU)
- 35% VVPAT मशीनें
इन सभी उपकरणों का उपयोग मॉक पोल (मतदान से पहले परीक्षण) और तकनीकी खराबी की स्थिति में किया जाएगा।
📍 इस बार सिर्फ ECIL की EVM का इस्तेमाल
इस बार चुनाव में केवल ECIL (Electronics Corporation of India Limited), हैदराबाद द्वारा निर्मित ईवीएम का उपयोग किया जाएगा।
❗ Note: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) की ईवीएम इस बार चुनाव में उपयोग नहीं की जाएगी।
🔧 ईवीएम की जांच और इंजीनियरों की तैनाती
- 1.75 लाख EVM मशीनें बिहार में भेजी जा चुकी हैं।
- ECIL के इंजीनियरों को चरणबद्ध रूप से जिलों में भेजा जा रहा है।
- जून 2025 तक सभी मशीनों की जांच पूरी कर ली जाएगी।
- इस प्रक्रिया की निगरानी जिला निर्वाचन पदाधिकारी करेंगे।
🗳️ 15 से अधिक उम्मीदवार तो दो EVM का इस्तेमाल
अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में 15 से अधिक उम्मीदवार होंगे, तो वहां दो EVM मशीनों का उपयोग होगा।
- हर EVM में होते हैं 16 बटन
- 15 बटन उम्मीदवारों के लिए
- 1 बटन NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं)
चुनाव से पहले मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधियों को मशीन के उपयोग की पूरी जानकारी दी जाएगी।
✅ चुनाव आयोग की पारदर्शिता और सुरक्षा की दिशा में एक कदम
बिहार चुनाव में EVM और VVPAT की सही संख्या, तकनीकी जांच, और सुरक्षित व्यवस्था यह साबित करती है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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