📢 बिहार विधानसभा बजट सत्र: पक्ष-विपक्ष में तीखी बयानबाजी
बिहार विधानसभा का बजट सत्र 2025-26 जारी है और इस दौरान सदन में जमकर बहस, आरोप-प्रत्यारोप और हंगामे देखने को मिले। मां-बाप, बउआ, बचवा, भांग से लेकर रानी-महारानी तक के शब्दों ने सदन की कार्यवाही को सुर्खियों में ला दिया।
📅 28 फरवरी से जारी है बजट सत्र
बिहार सरकार ने 2025-26 का बजट पेश किया, जिसमें दलितों, महिलाओं और किसानों पर खास फोकस किया गया। दूसरी तरफ, विपक्ष ने इस बजट को जुमलों का पुलिंदा बताते हुए सदन के अंदर और बाहर जोरदार विरोध किया। अब तक (12 मार्च तक) बजट सत्र के 9 दिन पूरे हो चुके हैं।
👨💼 चुनाव से पहले नौकरी की घोषणा
बिहार के मंत्री विजय चौधरी ने 11 मार्च को विधानसभा में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि चुनाव से पहले 52,525 अफसरों की भर्ती होगी।
📌 भर्ती की प्रमुख बातें:
- 12,437 पदों पर नियुक्ति बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) द्वारा होगी।
- 16,513 अधिकारी बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से नियुक्त किए जाएंगे।
- इसके अलावा अन्य विभागों में भी भर्तियां होंगी।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट के आदेश से MLC सुनील सिंह की वापसी
5 मार्च को आरजेडी से निष्कासित MLC सुनील सिंह की विधान परिषद सदस्यता बहाल हो गई।
- सुनील सिंह को नीतीश कुमार पर आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण सदस्यता से हाथ धोना पड़ा था।
- उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपील की, जहां से उन्हें राहत मिली।
- लालू यादव के करीबी माने जाने वाले सुनील सिंह के लिए यह फैसला राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।
⚡ जब सदन में नीतीश और तेजस्वी में हुई बहस
4 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हो गई।
🔹 तेजस्वी का हमला:
- सरकार को “खटारा” बताया।
- कहा कि 19 वर्षों में राज्य का कोई विकास नहीं हुआ।
🔹 नीतीश का पलटवार:
- तेजस्वी को “बच्चा” कहकर संबोधित किया।
- कहा, “2005 से पहले बिहार में कुछ नहीं था। तुम्हारे पिता (लालू यादव) को भी हमने ही बनाया है।”
- जातिगत राजनीति को लेकर भी तंज कसा।
🎭 डिप्टी सीएम का तंज – “बउआ” और “बचवा”
6 मार्च को बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा:
- “ये बउआ हैं, जो लिखा जाता है, वही पढ़ते हैं।”
- लालू परिवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “बिहार के विकास में उनका कोई योगदान नहीं है।”
सम्राट चौधरी के इस बयान के बाद सदन में काफी हंगामा हुआ और आरजेडी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई।
📌 बजट सत्र में और क्या-क्या हुआ?
🔹 विपक्ष का हंगामा: सरकार पर आरोप लगाया कि यह बजट सिर्फ चुनावी हथकंडा है।
🔹 भांग और रानी-महारानी की चर्चा: कुछ नेताओं ने अनोखे बयान देकर सदन का माहौल हल्का किया।
🔹 महिलाओं और दलितों के लिए योजनाएं: बजट में कई नई योजनाओं का ऐलान हुआ।
📢 निष्कर्ष
बिहार विधानसभा का बजट सत्र 2025 राजनीतिक बयानबाजी, हंगामे और दिलचस्प चर्चाओं से भरपूर रहा। विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा, जबकि सत्तापक्ष भी पूरी मजबूती से पलटवार कर रहा है।
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