उजियारपुर प्रखंड में राहत का संदेश
उजियारपुर प्रखंड के चैता उत्तरी गांव में, जहाँ 30 जनवरी की देर रात को चार भाईयों के परिवारों के घर आग लग जाने से घर का सारा सामान, कपड़ा, बर्तन, अनाज आदि जलकर राख हो गया था, पीड़ित परिवारों के बीच राहत की आशा की किरण जगमगाई। जिले के चर्चित समाजसेवी राजू सहनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस दुखद स्थिति में पीड़ित परिवारों से मिलने का निर्णय लिया और बुधवार को मुलाकात कर उनके हालचाल जाने के साथ-साथ राहत सामग्री का वितरण भी किया।
राहत सामग्री का वितरण
राजू सहनी के प्रतिनिधिमंडल ने अग्निपीड़ित सभी चार परिवारों में निम्नलिखित राहत सामग्री का वितरण किया:
- प्रति परिवार दो बैग चावल
- दस किलो मसूर दाल
- पांच किलो नमक
- पांच लीटर सरसों तेल
- दो किलो मसाला
- सत्तू, चुड़ा, गुड़
- कंबल, साड़ी, धोती
- दस पीस खाना बनाने वाला बर्तन सेट (जिसमें बड़ा-छोटा टोकना, दो थाली, दो गिलास, कलछुल, रोटी बनाने वाली तबा, कड़ाही समेत अन्य जरूरी सामान शामिल हैं)
इस सामग्री का वितरण करते समय, समाजसेवी राजू सहनी ने फोन के माध्यम से पीड़ित परिवारों से बातचीत की और बताया कि उन्हें न्यूज के माध्यम से जानकारी मिली थी कि वार्ड 04 में आग लगने के कारण चार भाईयों के परिवारों का सारा सामान जलकर राख हो गया है। उपलब्ध कराई गई सामग्री में खाने-पीने का सामान, कपड़ा, बर्तन, कंबल आदि शामिल थे, जिसे अर्जून दास, अरूण दास, धर्मेंद्र दास और राजकुमार दास व उनके परिजनों सहित सैकड़ों ग्रामीणों में बाँट दिया गया।
पीड़ितों के चेहरे पर फिर से मुस्कान
राहत सामग्री के वितरण के दौरान, पीड़ित परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। अग्निपीड़ित महिलाएं और स्थानीय ग्रामीण समाजसेवी राजू सहनी को आशीर्वाद देते नजर आए। राजू सहनी ने यह भी कहा कि वे हमेशा से मानव सेवा के लिए तत्पर रहे हैं और आगे भी पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहेंगे। उनके इस निरंतर प्रयास से उजियारपुर प्रखंड के पीड़ितों को तुरंत राहत मिलने में मदद मिली है।
समाजसेवी राजू सहनी का सतत योगदान
यह राहत वितरण किसी एक घटना का समाधान नहीं, बल्कि राजू सहनी के 10 वर्षों से चले आ रहे मानव सेवा के अभियान का हिस्सा है।
- राजू सहनी हर वर्ष लगभग 50 हजार से अधिक निर्धन, असहाय, गरीब, विधवा और दिव्यांग लोगों के बीच कंबल का वितरण करते आए हैं।
- उनके द्वारा पहले भी कई बार राहत सामग्री, राशन, कपड़े, बर्तन आदि की आपूर्ति की गई है, जिससे स्थानीय लोगों का विश्वास और हौसला बढ़ा है।
निष्कर्ष
उजियारपुर प्रखंड के चैता उत्तरी गांव में हुई आग की त्रासदी के बाद समाजसेवी राजू सहनी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा पीड़ित परिवारों में राहत सामग्री का वितरण एक प्रेरणादायक कदम है। इस प्रयास से न सिर्फ पीड़ितों को तत्काल सहायता मिली है, बल्कि समाज में मानवता और भाईचारे की भावना को भी बल मिला है। आने वाले दिनों में भी राजू सहनी अपने मानव सेवा के अभियान के तहत पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहने का वादा करते हैं।
समस्तीपुर और बिहार की हर ताजा खबर के लिए जुड़े रहें samastipur.news के साथ – जहाँ आपको मिलती है सबसे सटीक और विश्वसनीय जानकारी।
o3-mini